Wednesday, April 19, 2017

दुनिया

जहाँ से सब शुरू होने लगता है ना मैं तुम्हे वहां मिलना चाहती हूँ, तुम सोचते हो की मैं तुमसे दूर हूँ, लेकिन शायद ये गलत है शायद ये वक़्त ही गलत है, ये वक़्त यूँ चल रहा है की वक़्त का ग़लत होना भी लाज़मी है कहाँ से कहाँ तक सफर होगा नहीं जानती लेकिन ये ज़रूर पता है की तुम्हारे साथ जो भी सफर बीतेगा वो बाकी किसी के साथ बीते वक़्त से जुदा होगा मैं शायद थोड़ा सा रूठ गई हूँ, शायद कुछ कहना तो चाहती हूँ लेकिन  में थोड़ा झिझकती हूँ, तुम ऐसा क्यों नहीं करते की तुम कुछ दिन के लिए मेरे पास चले आओ, हम दोनों को यहाँ बहुत सा काम करना है, मैंने तुम्हारे लिए यहाँ बहुत सारा काम बचा कर रखा हुआ है कुछ लोग, कुछ किताबें और कुछ तस्वीरें, ये सभी सभी चीज़ें तुम्हारी याद दिला जाती हैं की तुम्हें यहाँ लौटना ही है और बहुत सारा काम है जिसे तुम्हें ही पूरा करना होगा क्यूँकि वो सभी काम ऐसे हैं जिसे शायद मैं अकेले नहीं कर सकती उसे सिर्फ तुम्हे ही करना होगा और इसके लिए तुम्हारा यहाँ वापस लौटा बेहद ज़रूरी है तुम्हारे भीतर के इंसान को मैं जानती हूँ लेकिन उसको तुमने छुपाकर रखा हुआ है, और मैं ये भी जानती हूँ की उस छुपे हुए इंसान को छुपाकर रखना तुम्हारी मजबूरी है लेकिन सुनो, मैं तुमसे ये बात कहना चाहती हूँ की एक दिन ऐसा ज़रूर आएगा जब हम दोनों यहाँ से कहीं बहुत दूर निकल जाएंगे, किसी ऐसी जगह जहाँ मैं उन सभी तस्वीरों को संभालकर रख पाउंगी जिसमे हम दोनों एक दुसरे के कंधो पर सिर रखे हुए दूर अनंत बैठे हुए पंछियों को एक साथ देख रहे हैं मैं तुम्हारे काम से तुम्हारे भीतर पैदा हुए ज़ख्मों पर मरहम लगाउंगी अपने ख़्वाबों से, और मुझसे वादा करो की तुम्हे उन सभी बातों को भुलाना ही होगा और इसके लिए शायद एक ही रास्ता है की शायद हम दोनों को यहाँ से बहुत दूर चले जाना चाहिए, क्यूंकि तुम्हारे हाथ ख़ून से रंगे हुए हैं, लेकिन अच्छी बात ये है की ख़ून मासूमों का नहीं है, बल्कि ये ख़ून है उन लोगो का जो लोग उन मासूम लोगो के ख़ून के ज़िम्मेदार हैं

मैं तुम्हे उन सभी ज़िम्मेदारियों से दूर ले जाना चाहती हूँ, चलो शायद की एक अच्छी ज़िन्दगी हमारे इंतज़ार में खड़ी है, मैं तुम्हें उन सभी गुनाहों से दूर ले जाना चाहती हूँ, जो की तुम्हे लगता है की तुमने किये हैं, लेकिन मेरी मानो तो सच में ऐसा कुछ नहीं है, बल्कि तुमने शायद वो सभी काम किसी एक ख़ास मक़सद,  ये सभी सिर्फ इसलिए किये गए हैं जिससे की ये दुनिया थोड़ी और बिहार हो पाएगी शायद हम दोनों मिलकर उन सभी गुनाहों को धो देंगे, क्यूंकि शायद हमें नए गुनाहों की तरफ बढ़ना होगा, क्यूंकि हमारा काम है दुनिया को नई दिशाओं की तरफ ले जाना    

शायद ये जानते हुए की.... शायद ये जानते हुए की जानकार कुछ नहीं होगा मैं तुमसे पूछना चाहता हूँ की तुम कैसी हो, खाना टाइम पर खा लेती होना ...